सांवरा जब मेरे साथ है Sanwara Jab Mere Sath Hai Lyrics

 

(Sawara Jab Mere Sath Hai) संवारा जब मेरे साथ है एक भक्ति गीत है जो भगवन कृष्ण के प्रति आस्था और समर्पण की भावनाओं को प्रकट करता है. इस गीत में भक्त का यह विश्वास दर्शाया गया है की जब भगवान उनके साथ हैं, तो उन्हें किसी भी परिस्थिति में डरने की जरुरत नहीं है.

Sawara Jab Mere Sath Hai Song Details

📌Song Title Sawara Jab Mere Sath Hai
🎤 Singer Sanjay Mittal
🎼Music 
🏷️Music Label

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Sanwara Jab Mere Sath Hai Lyrics in English

Saawra jab mere sath hai
Mujhko darne ki kya baat hai
Iske hote koi kuch kahe
Bolo kiski ye aukaat hai
Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai

Chhayen kaali ghataaye to kya
Iski chhatri ke neeche hoon main
Aage aage ye chalta mere
Mere malik ke peeche hoon main
Isne pakda mera haath hai
Mujhko darne ki kya baat hai
Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai

Iski mahima ka varnan karun
Meri vani mein vo dam nahi
Jabse iska sahara mila
Ab sataaye koi gham nahi
Baba karta karamat hai
Mujhko darne ki kya baat hai
Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai

Kyon main bhataku yahan se wahan
Iske charnon mein hai baithna
Jhoothe swarth ke rishte sabhi
Shyam premi se nata bana
Ye karata mulaqaat hai
Mujhko darne ki kya baat hai
Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai

Jahan aanand ki lagti jhadi
Aisi mehfil sajata hai ye
‘Binnu’ kyon na deewana bane
Aise jalwe dikhata hai ye
Dil churane mein vikhyat hai
Mujhko darne ki kya baat hai
Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai

Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai
Iske hote koi kuch kahe
Bolo kiski ye aukaat hai
Saawra jab mere saath hai
Mujhko darne ki kya baat hai

Sanwara Jab Mere Sath Hai Lyrics in Hindi

सांवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है
इसके होते कोई कुछ कहे
बोलो किसकी ये औकात है
साँवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है

छायें काली घटाए तो क्या
इसकी छतरी के नीचे हूँ मैं
आगे आगे ये चलता मेरे
मेरे मालिक के पीछे हूँ मैं
इसने पकड़ा मेरा हाथ है
मुझको डरने की क्या बात है
साँवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है

इसकी महिमा का वर्णन करूँ
मेरी वाणी में वो दम नही
जबसे इसका सहारा मिला
अब सताए कोई गम नहीं
बाबा करता करामत है
मुझको डरने की क्या बात है
साँवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है

क्यों मैं भटकू यहाँ से वहाँ
इसके चरणों में है बैठना
झूठे स्वार्थ के रिश्ते सभी
श्याम प्रेमी से नाता बना
ये कराता मुलाकात है
मुझको डरने की क्या बात है
साँवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है

जहाँ आनंद की लगती झड़ी
ऐसी महफ़िल सजाता है ये
‘बिन्नू’ क्यों ना दीवाना बने
ऐसे जलवे दिखाता है ये
दिल चुराने में विख्यात है
मुझको डरने की क्या बात है
साँवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है

सांवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है
इसके होते कोई कुछ कहे
बोलो किसकी ये औकात है
साँवरा जब मेरे साथ है
मुझको डरने की क्या बात है

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