O MERI LAILA LYRICS IN HINDI – Laila Majnu

 

O Meri Laila Lyrics from : The beautiful love song is sung by and and has lyrics written by while the music is directed by . The song is a part of Sajid Ali’s romance drama “Laila Majnu” starring Avinash Tiwary & Tripti Dimri.

O Meri Laila Song Details

📌 Song Title O Meri Laila
🎞️Album Laila Majnu
🎤 Singer Atif Aslam, Jyotica Tangri
✍️Lyrics Irshad Kamil
🎼 Music Joi Barua
🏷️Music Label

▶ See the music video of O Meri Laila Song on Zee Music Company YouTube channel for your reference and song details.

O Meri Laila Lyrics

Patta Anaaron Ka
Patta Chinaron Ka
Jaise Hawaon Mein

Aise Bhatakta Hoon
Din Raat Dikhta Hoon
Main Teri Raahon Mein

Mere Gunaahon Mein
Mere Sawaabon Mein
Shaamil Tu

Bhooli Athanni Si
Bachpan Ke Kurte Mein
Se Mil Tu

Kaise Bataun
Baatein Main Laila
Rehti Hai Dil Mein
Chhupa Ke Jo Laila

Kaise Bataun
Kaise Bataun Laila

Majnu Kahin Na
Ho Jaaun Main Laila
Jhoomun Main Naachun Main
Gaaun Main Laila

Rang Mein Tere Malang
Phirun Main Laila

O Meri Laila Laila
Kya Karun Main Laila
Jhoomun Main Naachun
Main Gaaun Main Laila

O Meri Laila Laila
Kya Karun Main Laila
Rang Mein Tere Malang
Phirun Main Laila

Shokhiyan Nigahon Mein
Aa Mere Dil Ki Tu
Dargaahon Mein

Mil Gale Haqeeqat Mein
Shehar Ke Raaston
Chaurahon Mein

Shehar Khaali Yeh Saara
Kisi Din Toh Ho
Saare Jhanjhat Musibat
Hawas Bin Toh Ho

Aaj Kal Main Rehta Hoon
Tanhaai Mein Yeh Sochta

Kaise Bataun
Baatein Main Laila
Rehti Hai Dil Mein
Chhupa Ke Jo Laila

Kaise Bataun
Kaise Bataun Laila

Majnu Kahin Na
Ho Jaaun Main Laila
Jhoomun Main Naachun Main
Gaaun Main Laila

Rang Mein Tere Malang
Phirun Main Laila

O Meri Laila Laila
Kya Karun Main Laila
Jhoomun Main Naachun Main
Gaaun Main Laila

O Meri Laila Laila
Kya Karun Main Laila
Rang Mein Tere Malang
Phirun Main Laila

Written by: Irshad Kamil

 

ओ’ मेरी लैला Lyrics in Hindi

पत्ता अनारों का
पत्ता चिनारो का
जैसे हवाओं में

ऐसे भटकता हूँ
दिन रात दिखता हूँ
मै तेरी राहों में

मेरे गुनाहों में
मेरे सवाबों में
शामिल तू

भूली अठन्नी सी
बचपन के कुर्ते में से मिल तू

रखू छुपा के मैं सब से वो लैला
माँगू ज़माने से रब से वो लैला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

तेरी तलब थी हाँ तेरी तलब है
तू ही तो सब थी हाँ तू ही तो सब है
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

ओ’ मेरी लैला लैला ख़्वाब तू है पहला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला
ओ’ मेरी लैला लैला ख्वाब तू है पहला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

माँगी थी दुआयें जो
उनका ही असर है
हम साथ हैं
ना यहाँ दिखावा है
ना यहाँ दुनियावी जज़्बात है

यहाँ पे भी तू हूरों से ज़्यादा हसीं
यानी दोनो जहानो में तुमसा नहीं
जीत ली है आखिर में
हम दोनो ने ये बाज़ियां

रखू छुपा के मैं सब से वो लैला
माँगू ज़माने से रब से वो लैला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

तेरी तलब थी हाँ तेरी तलब है
तू ही तो सब थी हाँ तू ही तो सब है
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

ओ’ मेरी लैला लैला ख़्वाब तू है पहला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला
ओ’ मेरी लैला लैला ख्वाब तू है पहला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

ज़ायक़ा जवानी में
ख़्वाबों में यार की मेहमानी में
मर्ज़ियाँ तुम्हारी हो
खुश रहूँ मै तेरी मनमानी में

बंद आँखें करूँ दिन को रातें करूँ
तेरी जुल्फों को सहला के बातें करूँ
इश्क में उन बातों
से हों मीठी सी नाराज़ियाँ

रखू छुपा के मैं सब से वो लैला
माँगू ज़माने से रब से वो लैला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

तेरी तलब थी हाँ तेरी तलब है
तू ही तो सब थी हाँ तू ही तो सब है
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

ओ’ मेरी लैला लैला ख़्वाब तू है पहला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला
ओ’ मेरी लैला लैला ख्वाब तू है पहला
कब से मै तेरा हूँ कब से तू मेरी लैला

Written by:
Irshad Kamil




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